Ahsash- Ek Sapna
मंगलवार, 12 जून 2012
HASARAT
देखा पलट के उसने कि हसरत उसे भी थी,
मै जिसपे मिट गया था मुहब्बत उसे भी थी !
वो रो दिया मुझको परेशान देख कर,
उस दिन खुला राज कि मेरी जरुरत उसे भी थी
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