मुझे खामोश रातों में तेरा साथ चाहिए ,
तन्हा हूँ में , हाथों में तेरा हाथ चाहिए !
मुझे अपने तकदीर पर इतना ऐतबार है ,
तुझको भी मेरा दिल और प्यार चाहिए !!
मुझको अपने मुकद्दर पे भरोसा है ,
तुझको भी हर वक़्त मेरा साथ चाहिए !
तुझसे ही मेरी हर बात हर लफ्ज़ है ,
तुझको भी मोहब्बत का अहसास चाहिए
तू ही मेरी शायरी, ग़ज़ल है मेरे हमराह
तुझसे ही तारीफ -ये- इरशाद चाहिए !
जुनुने -इश्क है बस तेरे ही वास्ते ,
अहसास-ये-मोहब्बत की सौगात चाहिए !!
तू हो चाहे हो कोई फरिस्ता भी ,
जीने की लिए मगर मुझे तेरा साथ चाहिए !
तुझको पाने की ख्वाईश है दिल में ,
मुझे मेरी इबादत में पाकीजा-ये-असर चाहिए !!
bhut khub sanjay jee.. maza aa gaya...
जवाब देंहटाएंतू ही मेरी शायरी, ग़ज़ल है मेरे हमराह
तुझसे ही तारीफ -ये- इरशाद चाहिए !
जुनुने -इश्क है बस तेरे ही वास्ते ,
अहसास-ये-मोहब्बत की सौगात चाहिए !!
most beautiful...part
aapka bahut bahut dhanyawad Mrigendra ji ....
जवाब देंहटाएंand sp. thnks to join my blog...
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